एक बार एक पाठी सत्संग करने के लिए सत्संग घर मे गया | उस पाठी ने पेंट कमीज पहन राखी थी वहां के सेक्टरी ने उनको बहुत बुरा भला कहा | और कहने लगा की अगर सत्संग करना है तो कुड़ता पजामा पहन के आओ | उस दिन उस पाठी का बहुत दिल दुखा | वो पाठी भजन सिमरन वाला था | बाबा जी के प्यारे का दिल दुखा तो समझो बाबा जी का दिल दुखा |
उस सेक्टरी को एक बार UK आने का मौका मिला | जो हमेशा सफ़ेद कपड़ों के बारे में कहता था | वो सतसग सुनने के लिए गया बाबा जी ने सत्संग किया और शाम को टहलने के लिए निकलते वक़्त जब बाबा जी ए तो सेक्टरी क्या देखता है की बाबा जी ने काली पेंट और कमीज दाल रखी है | यह देख कर उसे एहसास हो गया के बाबा हमेशा क्यों कहते हैं की रूहानियत कपड़ों में नहीं बहजन सिमरन में है
उस सेक्टरी को एक बार UK आने का मौका मिला | जो हमेशा सफ़ेद कपड़ों के बारे में कहता था | वो सतसग सुनने के लिए गया बाबा जी ने सत्संग किया और शाम को टहलने के लिए निकलते वक़्त जब बाबा जी ए तो सेक्टरी क्या देखता है की बाबा जी ने काली पेंट और कमीज दाल रखी है | यह देख कर उसे एहसास हो गया के बाबा हमेशा क्यों कहते हैं की रूहानियत कपड़ों में नहीं बहजन सिमरन में है
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